18.8 C
London
Sunday, June 22, 2025
Homeअंतराष्ट्रीयपाकिस्‍तान में ISKP आतंकियों ने बलूचों के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया,...

पाकिस्‍तान में ISKP आतंकियों ने बलूचों के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया, मुनीर सेना की नापाक चाल, भारत के दोस्‍तों पर खतरा?

Published on

इस्‍लामाबाद

बलूचिस्‍तान में बलूच विद्रोहियों के खिलाफ लगातार फेल साबित हो रही पाकिस्‍तान की सेना ने अब नई चाल चली है। पाकिस्‍तानी सेना से ट्रेनिंग प्राप्‍त इस्‍लामिक स्‍टेट खोरासान प्रांत (ISKP) के आतंक‍ियों ने बलूच संगठनों बीएलए और बीएलएफ के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। पाकिस्‍तान दावा करता है कि वह अपनी जमीन पर आतंक‍ी गुटों को शरण नहीं देता है लेकिन आईएसकेपी के आतंकी बलूच जनता और कार्यकर्ताओं को डरा रहे हैं। इससे पहले बलूचों ने आईएसकेपी के ठिकाने पर जोरदार हमला बोला था। आईएसकेपी आतंकियों को पाकिस्‍तानी सेना पाल रही है ताकि तालिबानी सरकार पर दबाव बनाया जाए। आईएसकेपी के आतंकी अफगानिस्‍तान में लगातार हमले कर रहे हैं।

फर्स्‍टपोस्‍ट की रिपोर्ट के मुताबिक आईएसकेपी ने एक 117 पेज का बुकलेट जारी किया है और दावा किया है कि बलूच कार्यकर्ता ‘इस्‍लाम के नियम के खिलाफ’ हैं। इस बुकलेट के पहले पन्‍ने पर पश्‍तून तहाफुज आंदोलन के मंजूर पश्‍तीन और बलूचिस्‍तान लिबरेशन आर्मी के बशीर जेब और एक बिना चेहरे वाली महिला की तस्‍वीर आईएसकेपी ने छापी है। माना जा रहा है कि आईएसकेपी का इशारा डॉक्‍टर महरंग बलोच की ओर है जो पाकिस्‍तानी सेना के खिलाफ अहिंसक आंदोलन छेड़े हुए हैं। बलोच शेरनी महरंग बलोच को पाकिस्‍तानी सेना ने 22 मार्च से जबरन जेल में डाल रखा है। पाकिस्‍तान की अदालतें भी सेना के साथ खड़ी हैं और महरंग बलोच को जमानत नहीं दे रही हैं।

महरंग बलोच को काफिर बताया
आईएसकेपी ने अपने बुकलेट में महरंग बलोच को ‘काफिर’ करार दिया गया है। काफिर उसे कहा जाता है जिसने इस्‍लाम को छोड़ दिया हो और गैर मुस्लिम बन गया हो। बलूचों का कहना है कि आईएसकेपी के आतंकी ठीक वही भाषा बोल रहे हैं जिसे पाकिस्‍तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई बढ़ावा देती है। ये अब बलूच कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने जा रहे हैं। आईएसआईएस और आईएसआई के सदस्‍य बलूच कार्यकर्ताओं को उग्रवादियों का उदार चेहरा बताते हैं। बलूचों का कहना है कि लोगों में बलूच जनता के खिलाफ बढ़ रहे अत्‍याचार को लेकर जन जागरुकता बढ़ रही है और इसी वजह से आईएसआई का इस्‍तेमाल किया जा रहा है।

बलूचों का कहना है कि लोगों को आईएसआई गायब करवा रही है ताकि बलूच‍ विद्रोहियों को सरेंडर के लिए मजबूर किया जा सके। पाकिस्‍तान की सरकार बलूचों के विरोध को ताकत के बल पर कुचलना चाहती है। इसके बाद भी बलूच कार्यकर्ता झुकने के लिए तैयार नहीं हैं। बलूचों का कहना है कि पाकिस्‍तानी सरकार के दमन के खिलाफ जैसे-जैसे लोगों में विरोध बढ़ रहा है, वैसे-वैसे आईएसआई अपनी रणनीति को बदल रही है। आईएसआई वैश्विक आलोचना से बचने के लिए अब बलूचिस्‍तान लिबरेशन फ्रंट और बलूचिस्‍तान लिबरेशन आर्मी के खिलाफ आईएसआईएस के आतंकियों का इस्‍तेमाल करने जा रही है। इससे आईएसआई अब किसी बड़े क्रूर हमले में जिम्‍मेदार नहीं ठहराई जा सकेगी।

बलोच भारत से मांग रहे मदद
आईएसकेपी के हमले के डर से बलूचों को बलूचिस्‍तान में अपनी रैलियों को रद करना पड़ा है। सभी बलूच नेताओं को हत्‍या का डर सता रहा है। हाल ही में बलूचिस्‍तान नैशनल पार्टी के एक रैली में आत्‍मघाती हमला हुआ था। इस रैली में बलूच नेता महरंग बलोच की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। आईएसआई बलूचों को बदनाम करने के लिए आरोप लगा रही है। बलूच नेताओं के परिवारों को प्रताड़‍ित किया जा रहा है। आतंकवाद निरोधक कानून का बेजा इस्‍तेमाल किया जा रहा है। इस बुकलेट से साफ हो गया है कि पाकिस्‍तानी सेना और आईएस आतंकियों के बीच सीधा संबंध है। इससे आने वाले समय में पाकिस्‍तान के लिए और मुसीबत बढ़ सकती है जो पहले ही भारत में सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए दुनिया के निशाने पर है।

बलोच भारत के दोस्‍त रहे हैं और अपनी आजादी की लड़ाई में हिंदुस्‍तान से मदद मांग रहे हैं। भारत भी बलूचों के प्रति सहानुभूत‍ि रखता है। अमेरिका के पूर्व विशेष दूत जल्‍मे खलिलजाद ने पिछले दिनों कहा था कि आईएसकेपी के आतंकी कैंप पाकिस्‍तान में हैं। ऐसी खबरें हैं कि मध्‍य मार्च में बलूचों ने आईएस के कैंप पर बलूचिस्‍तान के मस्‍टंग जिले में हमला करके उसे तबाह कर दिया था। इसमें आईएसकेपी के 30 आतंकी मारे गए थे। इसमें भारत, तुर्की, ताजिकिस्‍तान और उज्‍बेकिस्‍तान के भी नागरिक शामिल थे।

चीन और भारत में लड़ाई करा सकती है आईएसआई
इससे आईएसकेपी के साथ आईएसआई को भी बड़ा झटका लगा था जो इन आतंक‍ियों को पाले हुए थी। वहीं टीटीपी के प्रवक्‍ता एहसानउल्‍लाह एहसान ने भी एक लेख में खुलासा किया है कि पाकिस्‍तानी सेना भारत और चीन के बीच युद्ध जैसे हालात को भड़काना चाहती है। इसके लिए पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी भारत और चीन की सीमा पर हमले करवा सकती है और इसके लिए भारत पर आरोप लगा सकती है। पाकिस्‍तान ने आईएसकेपी का इस्‍तेमाल अफगानिस्‍तान की तालिबान सरकार के खिलाफ किया है।

Latest articles

भेल लेडिस क्लब ने बनाया योग दिवस 

भेल भोपालभेल लेडिस क्लब ने बनाया योग दिवस,लेडीज क्लब द्वारा संचालित हेल्पिंग हैंड्स के...

मध्य प्रदेश में फिर तबादलों पर रोक शिक्षा विभाग में भी कई अधिकारियों के ट्रांसफर

मध्य प्रदेश में फिर तबादलों पर रोक शिक्षा विभाग में भी कई अधिकारियों के...

बीएचईएल ने उत्साह के साथ योग दिवस मनाया

बीएचईएल झांसीबीएचईएल ने उत्साह के साथ योग दिवस मनाया,कंपनी के कर्मचारियों एवं प्रशिक्षुओं के...

बीएचईएल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया

हरिद्वारबीएचईएल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया,देश और विश्व के साथ-साथ भील हरिद्वार में...

More like this

Israel Iran War Latest Update: अमेरिका हमले के लिए तैयार पर ट्रंप ने दिया एक और मौका

Israel Iran War Latest Update:इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव में अमेरिका के...