इस्लामाबाद
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना पर हमला बोला है। उन्होंने सेना पर देश की राजनीतिक व्यवस्था को बंधक बनाने का आरोप लगाया और कहा कि सेना ने न्यायपालिक की आजादी को भी दबा दिया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसान (PTI) पार्टी के संस्थापक खान ने कहा कि पाकिस्तान में जंगल का कानून चल रहा है, जहां ताकतवर लोगों की कोई जवाबदेही नहीं होती है। इमरान खान की बहन अलीमा खान ने जेल में बंद अपने भाई के हवाले कहा है कि वह कभी किसी के साथ समझौता नहीं करेंगे।
पाकिस्तानी सेना पर झूठ फैलाने का आरोप
इमरान खान ने पाकिस्तान सेना या अमेरिका के साथ समझौता करने वाले किसी भी बयान को झूठा करार दिया। उन्होंने कहा कि सेना अपने समर्थकों को रोकने और उनके आंदोलन को कमजोर करने के लिए इस तरह के झूठे दावों का प्रचार कर रही है। खान ने यह भी कहा कि न्यायपालिका दबाव में है, जो जानबूझकर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मामलों में देरी कर रही है। वे जल्द ही एक नया आंदोलन शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
झुकने के बजाय पूरी उम्र जेल में रहने को तैयार
अदियाला जेल के बाहर अलीमा खान ने अपने भाई के हवाले से घोषणा की कि वह उन लोगों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, जिन्हें वह जबरन वसूली करने वाले और तानाशाह मानते हैं। उन्होंने कहा कि खान समझौता करने के बजाय जीवन भर जेल में रहने के लिए तैयार हैं। साथ ही दोहराया कि सेना का अमेरिकियों के साथ उनके समझौते की कोई भी खबर पूरी तरह से झूठी है।
बड़े आंदोलन की हो रही तैयारी
अलीमा खान ने यह भी बताया कि इमरान खान जल्द ही देशव्यापी आंदोलन की घोषणा कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने पिछली घटनाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री हिंसा के खतरे के कारण अपने लोगों को इस्लामाबाद नहीं बुलाना चाहते हैं। पिछले प्रदर्शनों के दौरान पीटीआई ने अपने कार्यकर्ताओं की मौत का आरोप लगाया था और इसके लिए सेना को जिम्मेदार ठहराया था।