वॉशिंगटन
अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में पाकिस्तान की चीन पर लगातार बढ़ती निर्भरता को लेकर चिंता जताते हुए चेतावनी जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान लगातार चीन की मदद से अपने परमाणु हथियारों का आधुनिकीकरण कर रहा है, क्योंकि वो भारत को अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानता है और उसका मानना है कि भारत के पारंपरिक हथियारों से वो मुकाबला नहीं कर सकता है। खुफिया रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि पाकिस्तान लड़ाई के मैदान में इस्तेमाल किए जाने लायक परमाणु हथियारों का निर्माण तेजी से कर रहा है। अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि पाकिस्तानी सेना की स्ट्रैटजी के केन्द्र में भाकत है और वो भारत को एक दीर्घकालिक खतरा मानती है। लिहाजा पाकिस्तान जिन हथियारों का निर्माण कर रहा है, उसका सबसे ज्यादा प्रभाव भारत पर पड़ने वाला है।
रिपोर्ट में साफ शब्दों में कहा गया है पाकिस्तान ना सिर्फ पारंपरिक हथियारों का डेवलपमेंट कर रहा है, बल्कि वो सीमित क्षेत्र में उपयोग किए जाने वाले ‘बैटलफील्ड परमाणु हथियारों’ को भी विकसित कर रहा है जो किसी भी सीमावर्ती संघर्ष में विनाशकारी साबित हो सकते हैं। खुफिया रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान अपने परमाणु हथियारों के भंडार को आधुनिक बनाने और कमांड सिस्टम को मजबूत करने में जुटा है। इसके लिए वह चीन, तुर्की, हांगकांग, सिंगापुर, यूएई जैसे देशों के जरिए अप्रत्यक्ष रूप से WMD (Weapons of Mass Destruction) से संबंधित टेक्नोलॉजी और सामग्रियां हासिल कर रहा है। यह नेटवर्क बेहद गुप्त और अंतरराष्ट्रीय नियमों को धता बताकर चलाया जा रहा है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
पाकिस्तान को लेकर खतरनाक खुलासे
इसके अलावा भी अमेरिका की खुफिया रिपोर्ट में चेतावनी देते हुए कहा गया है कि पाकिस्तान की सैन्य शक्ति और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी पर पूरी तरह से चीन बन चुका है। पाकिस्तान और चीन की सेनाएं हर साल संयुक्त युद्धाभ्यास करती हैं और अमेरिकी खुफिया विभाग की रिपोर्ट में नवंबर 2024 में हुए एक प्रमुख हवाई अभ्यास को उदाहरण के तौर पर पेश किया गया है, जिसमें चीन की PLA और पाकिस्तानी वायुसेना ने मिलकर ऑपरेशनल तैयारी की समीक्षा की। इसके अलावा अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि “अगले वर्ष के दौरान भी पाकिस्तानी सेना की शीर्ष प्राथमिकताएं क्षेत्रीय पड़ोसियों के साथ सीमा पार झड़पें रहने की संभावना है।” कहा गया है कि अगले साल भी पाकिस्तान की सेना की झड़प तहरीक-ए-तालिबान, बलूच नेशनलिस्ट आर्मी के साथ होने की संभावना है, जिनके हमलों में पाकिस्तान में 2024 में 2500 से ज्यादा लोग मारे गये हैं।
खुफिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने ईरान के साथ तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के लिए पिछले साल ईरान सरकार के साथ कई बैठकें की हैं। 2024 में ईरान ने पाकिस्तान के अंदर एयरस्ट्राइक्स किए थे, जिसके बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने भी ईरान में एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया था। जिससे दोनों देशों के संबंध काफी तनावपूर्ण हो गये थे। वहीं मार्च 2025 में पाकिस्तानी वायुसेना ने अफगानिस्तान में भी हवाई हमले किए थे, जिससे अफगानिस्तान के साथ उसके संबंध काफी खराब हैं। अफगानिस्तान ने भी पाकिस्तान में घुसकर हमले किए थे, लिहाजा संघर्ष की स्थिति अगले साल भी बनी रह सकती है।