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Monday, September 15, 2025
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SITUATION ROOM: संकट के समय राष्ट्रपति का गोपनीय कमांड सेंटर जानें कब-कब हुआ इस्तेमाल

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SITUATION ROOM: इजराइल-ईरान संघर्ष के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कथित तौर पर अपने राष्ट्रीय सुरक्षा कर्मचारियों को व्हाइट हाउस के ‘सिचुएशन रूम’ में इकट्ठा होने का निर्देश दिया. यह तब हुआ जब वे कनाडा में G-7 शिखर सम्मेलन से जल्दी वापस वाशिंगटन डी.सी. लौट रहे थे. ‘सिचुएशन रूम’ अमेरिका के राष्ट्रपति और उनके सलाहकारों के लिए घरेलू और विदेशी संकटों की वास्तविक समय में निगरानी और प्रतिक्रिया देने का एक महत्वपूर्ण केंद्र है. यह उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा नीतियों को आकार देने और लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

व्हाइट हाउस SITUATION ROOM का इतिहास

व्हाइट हाउस में एक सुरक्षित संचार केंद्र स्थापित करने का विचार सबसे पहले राष्ट्रपति ड्वाइट डी आइजनहावर ने रखा था, लेकिन इसे वास्तव में राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने साकार किया. 1961 में, क्यूबा में बे ऑफ पिग्स आक्रमण की विफलता के बाद राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने महसूस किया कि भविष्य के राष्ट्रपतियों को एक समर्पित संकट प्रबंधन केंद्र की आवश्यकता होगी. इस विफलता का एक कारण प्रशासन का पुरानी जानकारी पर काम करना भी था. इसके बाद उन्होंने एक सुरक्षित संचार केंद्र के निर्माण का आदेश दिया. यही पहला व्हाइट हाउस ‘सिचुएशन रूम’ बना, जिसे 2007 में उन्नत तकनीक के साथ अपडेट किया गया था.

क्या है SITUATION ROOM और इसका उद्देश्य

‘सिचुएशन रूम’, जिसे अक्सर ‘सिट रूम’ के नाम से जाना जाता है, व्हाइट हाउस के वेस्ट विंग में स्थित एक सुरक्षित कॉन्फ्रेंस रूम और खुफिया प्रबंधन केंद्र है. यह उन्नत संचार और सूचना प्रसंस्करण उपकरणों से लैस है, जो इसे अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके सलाहकारों के लिए घरेलू और विदेशी संकटों की वास्तविक समय में निगरानी और प्रतिक्रिया देने का केंद्र बनाता है. यह एक 24 घंटे निगरानी और अलर्ट केंद्र है. इसका उद्देश्य राष्ट्रपति, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और NSC (राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद) के कर्मचारियों को राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के निर्माण और कार्यान्वयन के समर्थन में वर्तमान खुफिया जानकारी और खुले स्रोत की जानकारी प्रदान करना है.

सिट रूम के कर्मचारियों में लगभग 30 कर्मी होते हैं, जिन्हें पांच निगरानी टीमों में संगठित किया जाता है जो अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं की 24 घंटे निगरानी करते हैं. वेस्ट विंग के नीचे 5,500 वर्ग फुट के कॉन्फ्रेंस रूम और कार्यालयों के इस उच्च-सुरक्षा परिसर का 2023 के अंत में $50 मिलियन की लागत से पूरी तरह से नवीनीकरण किया गया था. इतिहास में, राष्ट्रपति लिंडन बी जॉनसन ने इसका सबसे ज़्यादा उपयोग किया, जो वियतनाम युद्ध पर लगातार अपडेट मांगते थे. वहीं, राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने इसका सबसे कम उपयोग किया, जो इससे दूर ही रहते थे.

हाल के वर्षों में कब-कब बुलाई गई SITUATION ROOM की बैठकें

अमेरिकी राष्ट्रपतियों द्वारा हाल के वर्षों में ‘सिचुएशन रूम’ की बैठकें कई महत्वपूर्ण मौकों पर बुलाई गई हैं:

  • अक्टूबर 2024 (ईरान का इजराइल पर हमला): व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि तत्कालीन राष्ट्रपति जो बिडेन ने अमेरिकी सेना को ‘इजराइल की रक्षा में सहायता’ करने और इजराइल को निशाना बनाने वाली सभी ईरानी मिसाइलों को मार गिराने का आदेश दिया था. राष्ट्रपति बिडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, जो अगले महीने होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार थे, दोनों व्हाइट हाउस के ‘सिचुएशन रूम’ से ईरान के इजराइल पर हमले की निगरानी कर रहे थे.
  • अक्टूबर 2023 (ईरानी प्रॉक्सी समूहों द्वारा इराक और सीरिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला): राष्ट्रपति जो बिडेन ने उस समय ‘सिचुएशन रूम’ बुलाई थी. रॉयटर्स के अनुसार, उस समय ईरान से जुड़े समूहों ने इराक और सीरिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर रॉकेट और ड्रोन हमले किए थे. राष्ट्रपति बिडेन ने इसकी निगरानी के लिए ‘सिचुएशन रूम’ का दौरा किया था.
  • 2020 (ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की ड्रोन हमले में हत्या): डोनाल्ड ट्रंप को अपने पहले कार्यकाल के दौरान ‘सिचुएशन रूम’ में तत्कालीन उपराष्ट्रपति माइक पेंस और अन्य वरिष्ठ सलाहकारों के साथ देखा गया था, जब 2020 में इराक की राजधानी बगदाद में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को मार गिराया गया था.
  • अक्टूबर 2019 (ISIS नेता अल-बगदादी की हत्या): राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान, व्हाइट हाउस ने अक्टूबर 2019 की एक तस्वीर जारी की थी, जिसमें वे ‘सिचुएशन रूम’ में बैठे सीरिया में ISIS प्रमुख अल-बगदादी को मारने वाले कमांडो रेड को देख रहे थे.
  • मई 2011 (ओसामा बिन लादेन को मारने का ऑपरेशन): पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, तत्कालीन उपराष्ट्रपति बिडेन, विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और अन्य अधिकारियों ने 1 मई 2011 को ‘सिचुएशन रूम’ में ऑपरेशन नेप्च्यून स्पीयर को देखा था, जिसमें ओसामा बिन लादेन को मार गिराया गया था.
  • मार्च 2014 (रूस का क्रीमिया पर आक्रमण): तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यूक्रेन संकट पर चर्चा के लिए व्हाइट हाउस ‘सिचुएशन रूम’ में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई थी. बैठक के बाद, पेंटागन ने घोषणा की थी कि रूस के क्रीमिया पर शत्रुतापूर्ण कब्ज़े के कारण अमेरिका रूस के साथ अपने सैन्य संबंधों को निलंबित करेगा.

राष्ट्रीय सुरक्षा और वास्तविक समय में प्रतिक्रिया का केंद्र

व्हाइट हाउस का ‘सिचुएशन रूम’ अमेरिकी नेतृत्व के लिए एक अमूल्य संसाधन है. यह न सिर्फ़ त्वरित निर्णय लेने में मदद करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि राष्ट्रपति और उनके सलाहकार नवीनतम और सबसे सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर काम करें. वैश्विक संकटों के इस दौर में, यह केंद्र अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना हुआ है, जो देश को किसी भी चुनौती का सामना करने और वास्तविक समय में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाता है.

यह भी पढ़िए: बीएचईएल कार्पोरेट के उच्च प्रबंधन से ऐबू यूनियन के प्रतिनिधि मंडल ने की मुलाकात

अस्वीकरण: यह जानकारी उपलब्ध मीडिया रिपोर्टों और ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है. राजनीतिक और सैन्य घटनाओं के सटीक विवरण में समय के साथ या विभिन्न स्रोतों से भिन्नता हो सकती है.

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