नई दिल्ली,
रूस के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को पुष्टि की कि देश के पांच अलग-अलग एयरबेस पर ड्रोन हमले हुए हैं, जिसमें कई विमानों को नुकसान पहुंचा और आग लग गई. इन हमलों में Irkutsk और Murmansk क्षेत्रों के एयरबेस प्रभावित हुए, जबकि Amur, Ivanovo, और Ryazan क्षेत्रों में भी ड्रोन हमलों को रोकने का दावा किया गया है.
रूसी मीडिया एजेंसी TASS के मुताबिक, हमले में शामिल एक ट्रक के ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि हमले में कुल कितने ड्रोन इस्तेमाल किए गए. अधिकारियों ने यह जरूर कहा है कि इस समय आम जनता को कोई खतरा नहीं है.रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इन हमलों में FPV ड्रोन (फर्स्ट-पर्सन-व्यू ड्रोन) का इस्तेमाल किया गया जो रूस के अंदर एयरबेस तक पहुंचे और वहां मौजूद विमानों को नुकसान पहुंचाया.
जेलेंस्की ने शांति वार्ता के लिए मीटिंग का किया ऐलान
यह घटनाएं उस दिन सामने आईं जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने ऐलान किया कि यूक्रेन एक नया शांति प्रतिनिधिमंडल सोमवार को इस्तांबुल भेजेगा ताकि रूस के साथ सीधी वार्ता की जा सके.
इन घटनाओं के बीच, रूस के रक्षा मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी कि उसने यूक्रेन के उत्तरी सूमी क्षेत्र के एक गांव ओलेक्सीयिवका पर नियंत्रण कर लिया है. इस कार्रवाई के बाद, सूमी क्षेत्र के अधिकारियों ने क्षेत्र के 11 अन्य गांवों से अनिवार्य रूप से लोगों को निकालने के आदेश दिए हैं.
यूक्रेन के सेना प्रमुख ओलेक्जान्दर सिरस्की ने शनिवार को कहा कि रूसी सेना इस समय डोनेत्स्क क्षेत्र के पोकरोव्स्क, तोरेत्स्क और लिमान शहरों खासतौर से हमला कर रही है, साथ ही सूमी सीमा क्षेत्र में भी सैन्य गतिविधि बढ़ा रही है.
रूस में दो ब्रिज ध्वस्त, सात की मौत
इस बीच, रूस-यूक्रेन सीमा से लगे ब्रायंस्क और कुर्स्क क्षेत्रों में दो पुलों को उड़ाए जाने की भी खबर सामने आई है, जिनमें कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 69 लोग घायल हुए हैं.
रूसी अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार रात ब्रायंस्क क्षेत्र में एक रेलवे के नीचे बना हाईवे ब्रिज रात 10:50 बजे (स्थानीय समयानुसार) उस समय उड़ाया गया जब उसके नीचे से एक यात्री ट्रेन गुजर रही थी, जिसमें 388 यात्री मौजूद थे.
चार घंटे बाद, कुर्स्क क्षेत्र में एक रेलवे पुल, जो हाईवे के ऊपर बना था, जिसे उड़ाया गया. इस घटना में मालगाड़ी के टुकड़े सड़क पर बिखर गए. रूस की जांच समिति ने कहा है कि दोनों घटनाएं एक-दूसरे से जुड़ी हैं और दोनों को जानबूझकर अंजाम दिया गया है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इन घटनाओं की जानकारी एफएसबी (Federal Security Service) और मंत्रालय द्वारा रातभर दी जाती रही. पुतिन ने ब्रायंस्क के गवर्नर अलेक्जेंडर बोगोमाज से भी बात की.