T20 वर्ल्ड कप 2026 का बिगुल बजने वाला है और टीम इंडिया की कमान सूर्यकुमार यादव (SKY) के हाथों में है।1 सूर्या का कप्तानी रिकॉर्ड (38 में से 28 जीत) भले ही धाकड़ रहा हो, लेकिन साल 2025 में उनके बल्ले की ‘खामोशी’ ने सेलेक्टर्स की नींद उड़ा दी है। क्रिकेट गलियारों में चर्चा तेज़ है कि अगर वर्ल्ड कप में सूर्या का जादू नहीं चला, तो कप्तानी का ताज किसी और के सिर सज सकता है। बीसीसीआई अब मिशन 2028 की तैयारी में जुटी है, जिसके लिए टीम को एक नए और लंबे समय तक चलने वाले लीडर की तलाश है।
शुभमन गिल: क्या फिर बनेगा ‘तीनों फॉर्मेट का एक ही राजा’?
भले ही शुभमन गिल को खराब फॉर्म की वजह से टी20 वर्ल्ड कप 2026 की टीम से ड्रॉप (Drop) कर दिया गया है, लेकिन वह कप्तानी की रेस में अभी भी सबसे आगे हैं। गिल फिलहाल टीम इंडिया के टेस्ट और वनडे कप्तान हैं। बोर्ड की पुरानी सोच रही है कि तीनों फॉर्मेट में एक ही कप्तान हो ताकि टीम में बेहतर तालमेल रहे। अगर गिल अपनी बल्लेबाजी पर दोबारा पकड़ बना लेते हैं, तो वर्ल्ड कप के बाद उनकी टी20 टीम में वापसी और सीधे कप्तानी की लॉटरी लगनी लगभग तय मानी जा रही है।
अक्षर पटेल: ‘बापू’ की खामोश दावेदारी ने सबको चौंकाया!
टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए अक्षर पटेल को उप-कप्तान बनाया जाना उनके बढ़ते कद का सबूत है। अक्षर एक चतुर ऑलराउंडर हैं और दबाव में शांत रहकर फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं। गौतम गंभीर जैसे कोच ‘मल्टी-डायमेंशनल’ खिलाड़ियों को पसंद करते हैं, जो गेंद और बल्ले दोनों से मैच पलट सकें। अगर सूर्या के बाद सेलेक्टर्स किसी अनुभवी और भरोसेमंद खिलाड़ी को कमान सौंपना चाहेंगे, तो ‘बापू’ यानी अक्षर पटेल का पलड़ा सबसे भारी रहने वाला है।
सूर्यकुमार यादव: कप्तानी में सुपरहिट, पर बल्लेबाजी में बढ़ी ‘टेंशन’
सूर्यकुमार यादव के लिए यह वर्ल्ड कप उनकी कप्तानी का सबसे बड़ा इम्तिहान है। सूर्या ने कप्तान के तौर पर भारत को एशिया कप 2025 जिताया है, लेकिन टी20 इंटरनेशनल में उनका निजी औसत पिछले साल गिरकर महज 13-14 के आसपास रह गया है। सेलेक्टर्स का मानना है कि कप्तानी के दबाव में उनकी ‘मिस्टर 360’ वाली बल्लेबाजी कहीं खो गई है। 35 की उम्र और फॉर्म का गिरना उनके टी20 करियर के लिए बड़ा पेंच साबित हो सकता है।
हार्दिक पांड्या: क्या दोबारा मिलेगी कप्तानी की कमान?
एक समय था जब हार्दिक पांड्या को भविष्य का स्थाई कप्तान माना जा रहा था। हालांकि फिटनेस और वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते उन्हें इस रेस में पीछे छोड़ दिया गया था। लेकिन हालिया रिपोर्टों के अनुसार, अगर गिल या अक्षर जैसे विकल्प काम नहीं करते हैं, तो बोर्ड दोबारा हार्दिक पांड्या की तरफ रुख कर सकता है। उनके पास IPL और इंटरनेशनल क्रिकेट में कप्तानी का अच्छा खासा अनुभव है, जो बड़े टूर्नामेंट्स में काम आता है।
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मिशन 2028: वर्ल्ड कप के बाद होगा नई टीम का आगाज़
टी20 वर्ल्ड कप 2026 के नतीजे भारतीय क्रिकेट का भविष्य तय करेंगे। बोर्ड की योजना साफ़ है—वर्ल्ड कप के बाद सीनियर खिलाड़ियों को धीरे-धीरे विदा कर युवा ब्रिगेड तैयार की जाए। 2028 के अगले मेगा इवेंट तक टीम को एक ऐसा ‘बॉस’ चाहिए जो निडर होकर फैसले ले सके। इस लिस्ट में ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे नाम भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल सबकी नज़रें गिल और अक्षर पर टिकी हैं।
