MP Weather Alert: मध्य प्रदेश का मौसम मई 2025 के आख़िरी हफ़्तों में और जून के शुरुआती दिनों में काफ़ी ‘अनोखा’ दिख रहा था। कहीं सूरज आग उगल रहा था, तो कहीं बादलों की गरज और बारिश लोगों को हैरान कर रही थी। MP के मौसम के इस दोहरे वार ने लोगों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया था। एक तरफ़ जहाँ लू के थपेड़े लोगों को बेहाल कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ़ तेज़ हवाओं के साथ बारिश से अचानक ठंडक भी महसूस हो रही थी। मौसम विभाग ने उस समय राज्य के कई ज़िलों के लिए अगले कुछ दिनों तक भीषण गर्मी और आंधी-तूफ़ान की चेतावनी जारी की थी।
मध्य प्रदेश में ‘गर्मी का कहर’ तापमान 45 पार
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में उस समय (मई के अंतिम दिनों में) भीषण गर्मी पड़ रही थी। ख़ासकर बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल इलाक़ों में तो पारा 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुँच गया था। खजुराहो में सबसे ज़्यादा 45.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जबकि ग्वालियर और नौगाँव में भी पारा 45 डिग्री छू गया था। सतना, रीवा, टीकमगढ़ और शिवपुरी जैसे ज़िलों में भी तापमान 44 डिग्री से ऊपर बना हुआ था। सिर्फ़ दिन ही नहीं, रीवा, मऊगंज और उमरिया जैसे इलाक़ों में रातें भी गर्म थीं, जिससे लोगों को राहत नहीं मिल पा रही थी।
बारिश और तूफ़ान ने बढ़ाई मुश्किलें
जहाँ एक तरफ़ गर्मी लोगों को सता रही थी, वहीं दूसरी तरफ़ कई ज़िलों में मौसम में अचानक बदलाव देखा गया। भोपाल, इंदौर और उज्जैन जैसे बड़े शहरों में हल्की बारिश के साथ चली ठंडी हवाओं ने थोड़ी राहत ज़रूर दी, लेकिन साथ ही कई जगह तूफ़ान जैसे हालात भी बने। वहीं, डिंडोरी, सिवनी, मंडला, बैतूल और बड़वानी जैसे ज़िलों में तेज़ आंधी और हल्की बारिश दर्ज की गई। इससे तापमान में थोड़ी गिरावट तो आई, लेकिन बिजली गुल होने और पेड़ गिरने जैसी घटनाओं से लोगों को परेशनियों का भी सामना करना पड़ा।
‘आगे’ कैसा था मौसम का ‘अलर्ट’ और पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने राज्य के 39 ज़िलों में तेज़ आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया था, जो मई के आख़िर से जून के शुरुआती दिनों तक के लिए था। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, इंदौर, टीकमगढ़, सागर जैसे प्रमुख ज़िलों में 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएँ चलने की आशंका जताई गई थी। ग्वालियर, मुरैना, भिंड जैसे ज़िलों में लू का ख़तरा बना हुआ था। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन और रीवा संभाग के ज़िलों में तेज़ आंधी और बारिश की संभावना थी। 19 मई के आसपास मौसम फिर से गर्म होने और 20 मई को पूरे राज्य में बादल छाए रहने व बारिश का व्यापक असर देखने को मिलने की भविष्यवाणी की गई थी।
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मौसम में बदलाव के ‘कारण’ और ‘सावधानी’ की अपील
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उस समय राज्य में तीन चक्रवाती परिसंचरण और एक ट्रफ़ लाइन सक्रिय थीं। इन चारों सिस्टमों के कारण हवा में नमी बढ़ रही थी, और इसी के चलते कहीं लू तो कहीं बारिश देखने को मिल रही थी। यह स्थिति कुछ दिनों तक बनी रहने की संभावना जताई गई थी। लोगों को इस समय ख़ास एहतियात बरतने की सलाह दी गई थी: गर्मी में बाहर निकलते समय सिर ढकें, ख़ूब पानी पिएँ और हल्के कपड़े पहनें। वहीं, आंधी और बारिश के दौरान खुले में न रुकें, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें। किसान भाइयों से भी अपनी फ़सलें और सामान सुरक्षित स्थानों पर रखने की अपील की गई थी, क्योंकि तेज़ हवाओं से नुक़सान हो सकता था।
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अस्वीकरण (Disclaimer)यह जानकारी मई 2025 के अंतिम सप्ताह और जून 2025 के शुरुआती दिनों में मध्य प्रदेश के मौसम की स्थिति और उस समय जारी किए गए पूर्वानुमानों पर आधारित है। मौसम लगातार बदलता रहता है। किसी भी यात्रा या गतिविधि की योजना बनाने से पहले, कृपया भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की आधिकारिक वेबसाइट या अपने स्थानीय मौसम विभाग से नवीनतम और सटीक मौसम जानकारी अवश्य प्राप्त करें।
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