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HDFC बैंक का होम, कार और पर्सनल लोन हुआ महंगा, कितना बढ़ाया रेट, पढ़‍िए डिटेल

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नई दिल्‍ली

एचडीएफसी बैंक ने कर्ज पर ब्‍याज दरों में बढ़ोतरी की है। उसने मार्जिनल कॉस्‍ट ऑफ फंड्स बेस्‍ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 0.10 फीसदी तक का इजाफा किया है। नई दरें 8 फरवरी से लागू होंगी। बैंक ने अपनी वेबसाइट पर यह जानकारी दी है। MCLR वह न्यूनतम ब्याज दर है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को कर्ज देते हैं। एचडीएफसी बैंक का एमसीएलआर 8.90 फीसदी से 9.35 फीसदी के बीच है। ओवरनाइट एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.80 फीसदी से 8.90 फीसदी कर दिया गया है। इसी तरह एक महीने का एमसीएलआर बढ़कर 8.85 फीसदी से 8.90 फीसदी हो गया है। तीन महीने के एमसीएलआर को 9 फीसदी से बढ़ाकर 9.10 फीसदी किया गया है। छह महीने के एमसीएलआर को 9.30 फीसदी कर दिया गया है। ज्‍यादातर ग्राहकों से जुड़े एक साल के एमसीएलआर को 9.25 फीसदी से बढ़ाकर 9.30 फीसदी किया गया है। 3 साल के एमसीएलआर को 9.35 फीसदी पर बनाए रखा गया है।

अवधि MCLR (%)
ओवरनाइट 8.90
1 महीना 8.95
3 महीने 9.10
6 महीने 9.30
1 साल 9.30
2 साल 9.35
3 साल 9.35

बैंक की अन्‍य ब्‍याज दर
बैंक की संशोधित आधार दर 9.25% है। यह 25 सितंबर 2023 से लागू है। बेंचमार्क पीएलआर – 25 सितंबर से सालाना 17.85% प्रभावी है। हर महीने एमसीएलआर को समायोजित करते समय रेपो रेट और अन्य उधार दरों को ध्यान में रखा जाता है। कोई भी बैंक एमसीएलआर से कम पर लोन नहीं दे सकता।

MCLR बढ़ने से क्या होता है?
जब MCLR बढ़ता है, तो इसका कई तरह का प्रभाव होता है। आइए, यहां उसके बारे में देखते हैं:

1. लोन की लागत में बढ़ोतरी
MCLR बैंकों की ओर से लोन की ब्याज दरों को तय करने के लिए उपयोग किया जाने वाला अहम बेंचमार्क है। MCLR बढ़ने से लोन की ब्याज दरें भी बढ़ जाती हैं। इसका मतलब है कि कर्ज लेने वालों को लोन पर ज्‍यादा ब्याज का भुगतान करना होगा। इससे उनकी मासिक किश्तें बढ़ जाएंगी। इससे लोन लेना महंगा हो जाता है।

2. नया लोन लेना हो जाता कठिन
बढ़ी हुई ब्याज दरों के कारण बैंक कर्ज लेने वालों को लोन देने में अधिक सतर्क हो सकते हैं। इसका मतलब है कि कर्ज लेना ज्‍यादा कठिन हो सकता है, खासकर अगर उनका क्रेडिट स्कोर या आय कम है।

3. घरेलू खर्च पर नकारात्मक असर
MCLR बढ़ने से लोन की लागत बढ़ जाती है, जिससे लोगों के पास खर्च करने के लिए कम पैसा होता है। इससे घरेलू खर्च में कमी आ सकती है। इससे आर्थिक विकास धीमा हो सकता है।

4. बैंकों के लिए फायदा
MCLR बढ़ने से बैंकों का प्रॉफिट मार्जिन बढ़ जाता है। इसका मतलब है कि बैंक अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

5. सरकार के लिए लाभ
MCLR बढ़ने से सरकार को कर राजस्व में बढ़ोतरी हो सकती है। इसका मतलब है कि सरकार के पास सार्वजनिक सेवाओं पर खर्च करने के लिए अधिक पैसा होगा।

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