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होटन, काश्गर, गारगुंसा, शिगात्‍से… LAC के पास भारत के लिए हवाई जाल बुन रहा चीन

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नई दिल्‍ली

चीन लगातार भारत के एयरस्‍पेस का उल्‍लंघन कर रहा है। दोनों देशों के बीच सैन्‍य बातचीत के खास दौर में भारत ने इसका पुरजोर विरोध किया है। मई 2020 के बाद से ही पूर्वी लद्दाख में सीमा पर दोनों तरफ के सैनिक और युद्ध का साजो-सामान मौजूद है। मेजर जनरल के नेतृत्‍व में हुई बातचीत में LAC के पास उड़कर ‘भड़काऊ व्‍यवहार’ कर रहे चीनी लड़ाकू विमानों का मसला उठा। चुशूल-मोल्‍दो में मंगलवार को बैठक में एयरफोर्स की तरफ से खासतौर पर एक एयर कमोडोर को शामिल किया गया था। जून 2022 के बाद से चीन ने LAC पर 10 किलोमीटर के नो-फ्लाई जोन का अक्‍सर उल्‍लंघन किया है। भारत और चीन के बीच यह बातचीत लेफ्टिनेंट जनरल स्‍तर से एक स्‍तर नीचे की रही। ले. जनरल रैंक पर कोर कमांडरों की आखिरी बैठक 17 जुलाई को हुई थी। उस बैठक में पैट्रोलिंग पॉइंट-15, देमचोक और देपसांग में डिसइंगेजमेंट और डी-एस्‍केलेशन पर कोई खास प्रगति नहीं हुई थी।

चीन ने पिछले दो साल में भारत के करीब एयरबेसेज को सिस्‍टमैटिक ढंग से अपग्रेड किया है। एक तरह से चीन LAC पर भारत के लिए हवाई चक्रव्‍यूह सा तैयार कर रहा है। भारत ने चीन की बढ़ती ‘एयर एक्टिविटी’ का खुलकर विरोध किया है।

पूर्वी लद्दाख, अरुणाचल सेक्‍टर्स में ललकार रही चीनी वायुसेना
पूर्वी लद्दाख में LAC के पास चीन के लड़ाकू विमान रोज दो-तीन बार उड़ान भरते हैं। जून के आखिरी हफ्ते के बाद से स्‍टैंड ऑफ या ‘फ्रिक्‍शन’ पॉइंट्स के ऊपर चीनी जेट्स के उड़ाने भरने की दो घटनाओं की पुष्टि हो चुकी है। चीनी वायुसेना की ऐसी हरकतों के चलते ही एयरफोर्स को एयर डिफेंस मैकेनिज्‍म ऐक्टिवेट करना पड़ा। मिराज-2000 और मिग-21 फाइटर्स को फ्रंट पर तैनात किया गया है। एक सूत्र ने कहा कि ‘कोई पैटर्न नहीं है मगर चीन की हवाई गतिविधियां 3,488 किलोमीटर लंबी LAC पर, खासतौर से पूर्वी लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश सेक्‍टर्स में काफी बढ़ गई हैं।

मजबूत होते चीनी एयरबेस भारत की टेंशन
चीन ने पिछले दो साल में भारत के करीब मौजूद एयरबेसेज को अपग्रेड किया है। होटन, काश्गर, गारगुंसा, शिगात्‍से जैसे एयरबेस सिस्‍टमैटिकली अपग्रेड किए गए। एक्‍सटेंडेड रनवे, मजबूत शेल्‍टर्स या ब्‍लास्‍ट पेन्‍स और फ्यूज स्‍टोरेज की सुविधा वाले इन एयरबेसेज का मतलब है कि PLA एयरफोर्स अब और J-11 और J-8 फाइटर्स, लॉन्‍ग-रेंज बॉम्‍बर्स और टोही विमान तैनात कर सकती है। इससे IAF की पकड़ थोड़ी कमजोर होगी क्‍योंकि उसके जेट्स की वेपन और फ्यूज कैरी करने की क्षमता सीमित है। चीन के जवाब में भारत ने उत्‍तरी सीमा से लगते सभी एयरबेसेज को हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर रखा है। वहां पर Sukhoi-30MKI, MiG-29, Mirage-2000 और जगुआर लड़ाकू जेट्स तैनात हैं।

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