गोरखपुर,
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. शनिवार कि रात घर के पास खड़े होकर बारात देख रहे दो लड़कों को कुछ युवकों ने चाकू घोंप दिया. दोनों को गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां एक की मौत हो गई. दूसरे लड़के को बीआरडी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है. वहीं उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
पुलिस ने बताया कि ये घटना शनिवार रात की है. करीब 10 बजे शहर के हुमांयूपुर से बारात निकली, जो आर्यनगर स्थित अग्रवाल भवन जा रही थी. रास्ते में गंगेश तिराहा पर रहने वाले शोभित और आर्यनगर कुर्मियान टोला के रोहित कन्नौजिया पुरुषोत्तम दास की कोठी के पास खड़े होकर बारात देखने लगे. इसी दौरान बारात में डांस कर रहे कुछ लड़कों से उनकी कहासुनी हो गई, जो बाद में मारपीट में बदल गई.
बारातियों में से कुछ लड़कों ने शोभित और रोहित को चाकू मार दिया. दो लहूलुहान हो गए. उनको आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां रोहित को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि शोभित को बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. इसके बाद में गुस्साई भीड़ ने शादी के मेहमानों पर युवकों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए विवाह स्थल को घेर लिया. पुलिस को सूचित किया गया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि पुलिस को देखकर लोगों ने शादी में आए मेहमानों पर युवकों पर हमला करने का आरोप लगाया. इसके बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर भीड़ को शांत किया. फिर शादी समारोह कोतवाली थाने की सुरक्षा में संपन्न हुआ. पुलिस सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से आरोपियों की तलाश कर रही है.
बताते चलें कि जुलाई के पहले सप्ताह में गोरखपुर में हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया था. यहां एक शादीशुदा महिला ने पहले अपने प्रेमी को चेन्नई से बुलाया फिर दूसरे प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या करा दी. उसके बाद दो अन्य रिश्तेदारों संग मिलकर शव को ताल में फेंक दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी महिला अपनी निजी लाइफ में मशगूल हो गई, जैसे कुछ हुआ ही ना हो.
लेकिन कहते हैं ना कानून के हाथ लंबे होते हैं. इस मर्डर मिस्ट्री की पुलिस ने खुलासा कर ही दिया. दरअसल, गोरखपुर के थाना गुलरिहा क्षेत्र में बीती 19 जून को एक पुरुष की डेड बॉडी मिली थी. इसकी जानकारी होने पर तत्काल स्थानीय पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया. हालांकि, शव को देखकर यह पहचान नहीं हो पा रही थी वह किसका है. क्योंकि, शव की हालत काफी खराब हो चुकी थी.
इसके बाद उस अज्ञात डेड बॉडी को मोर्चरी हाउस में रखवा दिया गया. 72 घंटे बीत जाने के बाद भी जब उस अज्ञात बॉडी की शिनाख्त नहीं हो पाई तो उसका पोस्टमार्टम कराया गया और आखिर में अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. इसके बाद पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए मृतक के बारे में लोगों को जानकारी दी. इसके बाद एक व्यक्ति सामने आया, जिसने शव की शिनाख्त कर ली.
उसने बताया कि वो उनका बेटा सिंटू कुमार है, जो चेन्नई में रहकर के काम करता था. बीते 14 जून को वो यह कहकर चेन्नई से निकला था कि किसी काम के लिए बेंगलुरु जा रहा है, लेकिन वहां नहीं पहुंचा. पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की तो मामला प्रेम प्रसंग का निकला. असल में भांजे के प्रेम में पड़ी एक महिला ने ही उसकी की हत्या कराई, क्योंकि वो उसे अवैध संबंध में बाधक बन रहा था.