भेल भोपाल।
बीएचईएल भोपाल की प्रतिनिधि यूनियन ऐबू का एक प्रतिनिधिमंडल बीएचईएल भोपाल के मानव संसाधन प्रमुख संतोष कुमार गुप्ता एवं अपर महाप्रबंधक (एचआर—आईआर) आरिफ सिद्दीकी से मिला एवं ज्ञापन सौंपा। यूनियन के संगठन सचिव राजमल बैरागी ने बताया कि यूनियन को मिली जानकारी के अनुसार कारपोरेट प्रबंधन द्वारा बीएचईएल आवास नगरी के पुनुरुद्धार हेतु लगभग 300 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है जिसमें से प्रतिवर्ष लगभग 100 करोड़ रुपये से सभी इकाईयों में स्थित आवास नगरी पुनुरुद्धार किया जाना है। भोपाल इकाई जो कि बीएचईएल की मदर इकाई है।
इसकी आवास नगरी के निर्माण को लगभग 60 वर्ष से अधिक समय हो चुका है और इसकी उम्र पूर्ण हो चुकी है। आवास नगरी में वर्तमान में 800 से ज्यादा कर्मचारी निवासरत है। आवासों का अनुरक्षण करने के बावजूद आवासों की सीपेज, चोकेज, दीवारों में दरारें, जर्जरता आदि ठीक नहीं हो पा रही है। बरसात के दिनों में सीपेज से विद्युत करंट का खतरा बना रहता है। इस प्रकार की घटनाए घटित हो चुकी हैं। इस तरह जर्जर हो रही टाउनशिप में अनुरक्षण के नाम पर केवल पैसा खर्च हो रहा है जिसका वास्तविक लाभ आवासरत कर्मचारियों को नहीं मिल पा रहा है। आवासनगरी मे फैलाव के कारण पानी आदि की सुविधा मे भी परेशानी आती है।
यूनियन ने मांग की है कि आवास नगरी में कर्मचारियों के निवास करने हेतु नई मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का निर्माण करें। वर्तमान मे बीएचईएल भोपाल मे टीसीएल विभाग द्वारा आवासनगरी एवं 5 किमी दूरी के रेडियस मे स्थित सेटेलाइट कालोनी में टेंकर द्वारा जल आपूर्ति की जाती है। पूर्व मे टेंकर 150 रु के शुल्क पर प्रदान किया जाता था। वर्तमान में इसका शुल्क बढ़ाकर रुपए 300 कर दिया गया है। अतः यूनियन माँग करती है कि टेंकर का शुल्क पूर्व की भांति रुपए 150 एवं सेटेलाइट कालोनी में टैंकर की सप्लाई के 5 किमी दूरी के रेडियस को बढ़ाकर 10 किमी किया जाए।