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असम में भाजपा महिला नेता की आत्महत्या में उलझा पेच, नौकरी के लिए नकदी घोटाले में बदला मामला

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नई दिल्ली,

असम की भाजपा नेता इंद्राणी तहबीलदार की आत्महत्या का मामला राज्य के मौजूदा ‘नौकरी के बदले नकदी घोटाले’ में बदल गया है. पुलिस ने भर्ती प्रक्रिया में कथित भूमिका के लिए पार्टी के करीब पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. तहबीलदार की भाजपा के एक अन्य सदस्य के साथ अतरंग तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं. इसके बाद उन्होंने 11 अगस्त कथित तौर पर नींद की गोलियों की अधिक मात्रा खाकर आत्महत्या कर ली थी.

शनिवार रात को हुई एक व्यक्ति की गिरफ्तारी
गुवाहाटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया, हमने शनिवार रात को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. इसके पहले चार लोग गिरफ्तार किए जा चुके थे. हालांकि, उन्होंने जांच जारी होने का हवाला देते हुए इससे अधिक जानकारी नहीं दी. अधिकारी ने बताया कि आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं. भाजपा किसान मोर्चा की संयुक्त कार्यालय सचिव तृष्णा शर्मा की यहां चांदमारी पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में गिरफ्तारी हुई है. घोटाला सामने आने के बाद तृष्णा श्रमा को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.

आत्महत्या मामले में पहले हुई थी तीन की गिरफ्तारी
गुवाहाटी पुलिस ने इससे पहले आत्महत्या मामले में अनुराग चालिहा, दीबन डेका, लेखांता दास और आशिम चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था. भाजपा किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डेका को असम पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक घोटाले में उनकी कथित भूमिका के लिए अक्टूबर 2020 में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. इस मामले में एक और पूर्व भाजपा नेता मुख्य आरोपियों में से एक है, जिसे हाल ही में जेल से रिहा किया गया है. भाजपा नेता ने 2011 में विधानसभा का चुनाव लड़ा था.

लेखांता दास को नौकरी के बदले नकदी घोटाले में नाम सामने आने के बाद पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से हटा दिया गया था. वह किसान मोर्चा के नलबाड़ी जिला अध्यक्ष था. जबकि भाजपा से निष्कासित अनुराग चालिहा किसान मोर्चा के नेता थे. वहीं, आशिम चक्रवर्ती पहले भाजपा का कैडर था. उसके अभी भी पार्टी के साथ करीबी संबंध थे.

आत्महत्या से लेकर घोटाले के एंगल तक
पुलिस ने शुरुआत में इस मामले को आत्महत्या का मामला मानकर जांच शुरू की थी. चालिहा की गिरफ्तारी के बाद घोटाले का एंगल सामने आया, जिनके घर से विभिन्न सरकारी नौकरियों के प्रवेश पत्र बरामद किए गए. इस बीच, मृतका और उसके सहयोगियों के बीच बातचीत की ऑडियो क्लिप ने भी मामले के कई एंगल सामने रखे. एक सूत्र ने कहा कि गिरफ्तार किए गए इन पांच आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कई अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं का नाम लिया है, जिसमें एक निगम का उपाध्यक्ष भी शामिल है, जो अगले साल लोकसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रहा है.पार्टी के इतने सारे पदाधिकारियों की संलिप्तता के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता रूपम गोस्वामी ने कहा, ‘कानून अपना काम करेगा. पार्टी किसी भी कानूनी और जांच मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगी.’

कांग्रेस ने राज्यपाल से की थी घोटाले के दोषियों को सजा दिलाने की मांग
विपक्षी कांग्रेस की महिला नेताओं ने 24 अगस्त को असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की थी और घोटाले में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग की थी. एक ज्ञापन में विपक्षी दल ने आरोप लगाया था कि तहबीलदार की आत्महत्या की परिस्थितियों ने मौजूदा भाजपा नीत असम सरकार में ‘भ्रष्टाचार के गिरोह’ को उजागर किया है.

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