प्रयागराज,
देश भर में आजादी के अमृत महोत्सव का जश्न मनाया जा रहा है. हर घर तिरंगा अभियान के तहत रेलवे कर्मचारियों से उन्हें दिए जाने वाले झंडे की कीमत वसूली जाएगी. हर घर तिरंगा अभियान के लिए रेलवे कर्मचारियों को तिरंगे के लिए अपने वेतन से ₹38 की कटौती करवानी होगी, जिससे वो अपने घरों में झंडा लहरा सकें. ये तिरंगा उन्हें रेलवे की तरफ से उपलब्ध कराया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, एक निजी एजेंसी द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगे को रेलवे की तरफ से बांटा जाना है. इस झंडे की कीमत 38 रुपये रखी गई है. रेलवे कर्मचारियों को ये तिरंगा नकद पैसे देकर नहीं खरीदना पड़ेगा बल्कि उनके वेतन से ही पैसे काट लिए जाएंगे.
वहीं, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज संघ के लोगों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है. मंडल मंत्री चंदन सिंह के मुताबिक, यह झंडा कर्मचारी लाभ कोष यानी स्टाफ बेनिफिट फंड से खरीदा जाना चाहिए और कर्मचारियों के वेतन से पैसे नहीं काटने चाहिए.
इसके अलावा रेलवे सीपीआरओ शिवम शर्मा के मुताबिक, आदेश आया है कि कर्मचारियों के वेतन से झंडे के लिए 38 रुपये की कटौती की जाएगी और ये झंडा उन्हें रेलवे की तरफ से उपलब्ध कराया जाएगा. इस झंडे की कीमत बीजेपी दफ्तर में 20 रुपये है, जबकि प्रधान डाकघर में इसे 25 रुपये में खरीदा जा सकता है. स्वयं सहायता समूह भी इस झंडे को 20 रुपये में उपलब्ध करा रहा है. झंडा लेने के लिए लोगों में जबरजस्त होड़ मची हुई है.