भेल की जमीन पर जहां चाहे वहां खड़े करो वाहन, प्रबंधन मौन

भोपाल।

भेल टाउनशिप के कई इलाकों में इन दिनों कई निजी बसों का जमावड़ा हर जगह देखने को मिलता है। ट्रेवल्स संचालक अपने वाहनों को प्रबंधन द्वारा बनाए गए नियमों को दरकिनार कर बड़ी आसानी से खड़े कर रहे हैं, जिससे काफी लोग परेशान हैं। हैरानी की बात यह है कि इतना सब होते हुए भी भेल प्रबंधन कोई भी कार्यवाई करने से कतरा रहा है। यदि कोई वाहन संचालक किसी निजी भूमि पर वाहन खड़ा करता है तो उसे बकायदा इसका शुल्क जमीन मालिक को देना पड़ता है, लेकिन भेल की निजी भूमि पर यह वाहन नि:शुल्क खड़े हो रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक भेल टाउनशिप के कई इलाकों में इंजीनियरिंग कालेजों की बसों के अलावा कई निजी ट्रेवल ऐजेंसी की बसें बे-रोकटोक खड़ी होती है। इनमें प्रमुख है जवाहर लाल स्कूल के समीप, आदर्श मार्केट चौराहा, पिपलानी बी सेक्टर, बरखेड़ा, गोविंदपुरा आदि कई जगहों पर कई निजी बसें बिना भेल प्रबंधन की रजामंदी के यहां खड़ी होती है। जो जगह भेल प्रबंधन ने अपनी बसों के लिए निर्धारित की है उन पर निजी बसें खड़ी हो रही है इसके बाद भी भेल प्रबंधन कोई कार्यवाही करने से कतरा रहा है।

जानकारों का कहना है कि या तो प्रबंधन को इन बसों को यहां से हटा देना चाहिए या फिर इनसे बकायदा शुल्क लेना चाहिए। इससे यहां के आसपास रहने वाले लोगों को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहीं नहीं कई बार तो इन बसों के ड्रायवर मदिरा का सेवन कर उत्पाद मचाते हैं। यही नहीं भेल टाउनशिप के आस-पास स्थित कई कालोनियों के अंदर यह बसें खड़ी रहती हैं, जिससे यहां के काफी रहवासी परेशान हैं। उनका कहना है कि वाहन खड़े होने से सड़क संकरी हो जाती है, जिससे यातायात व्यवस्था पर काफी प्रभाव पड़ता है।

प्रबंधन ने समय रहते इन पर कार्यवाही नहीं की तो इन बसों की संख्या बढ़ती ही जायेगी। भेल प्रवक्ता का कहना है कि जल्द ही प्रबंधन एक निर्धारित स्थान पर इन बसों को सशुल्क खड़ा करने का प्लान बना रहा है। इसके बाद यह बसे कही भी खड़ी मिली तो उन पर कार्यवाही की जायेगी।

About bheldn

Check Also

गोविंदपुरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन में Vendor Development प्रोग्राम का दूसरा चरण का सफलतापूर्ण आयोजन

भोपाल। Vendor Development Program under PMS Scheme का द्वितीय चरण का आयोजन एम.एस.एम.ई DFO इंदौर …