तेल अवीव
 इजरायल और हमास का युद्ध लगातार जारी है। इजरायल की ओर से लगातार गाजा पर बम बरसाए जा रहे हैं। इस बीच इजरायली वायुसेना ने रविवार को हाई-टेक ‘आयरन स्टिंग’ सिस्टम का इस्तेमाल किया। IDF ने इसका वीडियो जारी किया। पहली बार है जब इस सिस्टम को इस्तेमाल किया गया है। इजरायली डिफेंस फोर्स की मैगलन यूनिट ने इस हथियार का इस्तेमाल हमास के रॉकेट लॉन्चरों को निशाना बनाने और दर्जनों आतंकियों को मारने के लिए किया।
इजरायल और हमास का युद्ध लगातार जारी है। इजरायल की ओर से लगातार गाजा पर बम बरसाए जा रहे हैं। इस बीच इजरायली वायुसेना ने रविवार को हाई-टेक ‘आयरन स्टिंग’ सिस्टम का इस्तेमाल किया। IDF ने इसका वीडियो जारी किया। पहली बार है जब इस सिस्टम को इस्तेमाल किया गया है। इजरायली डिफेंस फोर्स की मैगलन यूनिट ने इस हथियार का इस्तेमाल हमास के रॉकेट लॉन्चरों को निशाना बनाने और दर्जनों आतंकियों को मारने के लिए किया।
इजरायली वायुसेना ने एक्स पर एक वीडियो ट्वीट किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘मैगलन यूनिट ने वायुसेना के सहयोग से आयरन स्टिंग नाम के एक नए और एकदम सटीक मार करने वाले मोर्टार हथियार का उपयोग करके रॉकेट लॉन्चर और दर्जनों आतंकियों को मार डाला।’ इस वीडियो में दिख रहा है कि 120 एमएम का मोर्टार दुश्मन के रॉकेट लॉन्चर पर गिरता है और चारों ओर तबाही मच जाती है। यह हथियार दुनिया में सबसे अनोखा है।
क्या है आयरन स्टिंग
आयरन स्टिंग में एक 120 मिमी मोर्टार होता है। आमतौर पर मोर्टार गोली या किसी मिसाइल की तरह सटीक निशाना नहीं लगाते। लेकिन आयरन स्टिंग इनमें एकदम अलग है। इसका गोला जीपीएस और लेजर गाइडेंस सिस्टम से लैस है। 1-12 किमी की दूरी तक यह सटीकता के साथ मार सकता है। एल्बिट सिस्टम ने इसे विकसित किया है और पहली बार 2021 में रक्षा मंत्रालय, आईडीएफ ग्राउंड फोर्सेज और एल्बिट सिस्टम की ओर से इसका खुलासा किया गया था।
आम लोगों को कम नुकसान
यरूशलम पोस्ट के मुताबिक मोर्टार को खुले स्थान और शहर के अंदर भी इस्तेमाल के लिए डिजाइन किया गया है। जबकि आम लोगों के घायल होने की संभावना को कम करने के लिए इसके सटीक लक्ष्य का इस्तेमाल किया जाता है। इस हथियार को बनाने वाले एल्बिट सिस्टम ने 2021 में कहा था कि इस मोर्टार के इस्तेमाल से जमीनी युद्ध में क्रांति आ जाएगी और सेना को सटीक मारक क्षमता से लैस किया जाएगा। इस बीच इजरायल ने सोमवारको भी गाजा में बमबारी की। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि अब तक 4,600 लोग मारे गए हैं।

