भेल भोपाल।
मप्र स्वर्णकला बोर्ड के अध्यक्ष दुर्गेश सोनी के नेतृत्व में प्रदेश स्तरीय बैठक संपन्न हुई। साथ ही स्वर्णकला बोर्ड के ऑफिस 192 एबीएन टावर जोन-1 एमपी नगर भोपाल का उद्घाटन मुख्य अतिथि मंत्री गौतम टेटवाल ने रिबन काट कर किया। कार्यक्रम में समाज सेवियों ने अपना—अपना परिचय देकर मंत्री के समक्ष अपनी—अपनी बात रखी। बैठक का उद्देश्य स्वर्णकला बोर्ड द्वारा की गई बैठकों में आए सुझावों की अनुशंसा एवं चर्चा रहा, जिसमें मुख्य रूप से भोपाल में आवासीय छात्रावास का निर्माण, सोनी समाज के योग्य युवक एवं युवतियों को स्वर्ण कारीगरी सीखने के लिए सरकार से 8000 रूपए तक का स्टाइपेंड दिया जाए, प्रशिक्षण उपरांत 50,000 रुपए तक की कारीगर औजार किट उपलब्ध कराई जानी चाहिए एवं विश्वकर्मा योजना के तहत स्वर्णकला सीखने वालों को योजना में 10,00,000.00 तक का ऋण उपलब्ध कराया जाए।
इन मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा एवं मांग की जाएगी। इसके साथ ही युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने तथा स्वर्ण रजत—हीरा आभूषण निर्माण के परंपरागत व्यवसाय में कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराने हेतु मध्य प्रदेश के सभी संभागों में स्वर्णकला कारीगर केंद्र स्थापित किये जाने हेतु एवं केंद्र शासन और राज्य सरकार दोनों को मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। बोर्ड अध्यक्ष दुर्गेश सोनी ने कहा कि सोनी समाज को मप्र शासन द्वारा स्वर्णकला बोर्ड के रूप में सराहनीय उपहार मिला है। ट्रेनिंग के लिए गुजरात दौरे के परिणाम स्वरूप हुनरशाला की स्थापना का प्रयास शीघ्र मूर्त रूप लेगा। भोपाल प्रोफेसर कालोनी में स्वर्णकला उद्यान में महाराजा अजमीढ देव जी की प्रतिमा भी समाज को समर्पित की गई है। मंत्री से उपरोक्त मांग शीघ्र पूरा करने का आग्रह किया गया।