10.9 C
London
Thursday, October 23, 2025
Homeअंतरराष्ट्रीयदक्षिण चीन सागर में चीन का शक्ति प्रदर्शन, फुजियान एयरक्राफ्ट कैरियर के...

दक्षिण चीन सागर में चीन का शक्ति प्रदर्शन, फुजियान एयरक्राफ्ट कैरियर के पास बम फोड़कर कर रहा परीक्षण

Published on

बीजिंग:

चीन दक्षिण चीन सागर में लगातार शक्ति प्रदर्शन कर रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य ताइवान पर सैन्य दबाव को बढ़ाना है। सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार, चीन का सबसे उन्नत विमानवाहक पोत फुजियान समुद्री परीक्षण के बाद अब युद्धाभ्यास कर रहा है। ऐसी संभावना है कि इस साल के अंत तक इस एयरक्राफ्ट कैरियर की कमीशनिंग चीनी नौसेना में कर दी जाएगी। कुछ दिनों पहले ही खबर आई थी कि फुजियान का सातवां समुद्री परीक्षण दक्षिण चीन सागर में सफलतापूर्वक पूरा किया गया था।

समुद्री परीक्षण में क्या दिखा
शुक्रवार और शनिवार को पूर्वोत्तर चीन के बोहाई सागर के ऊपर से ली गई इन तस्वीरों में – फुजियान की स्टीयरिंग और मोड़ने की क्षमताएं परीक्षण का केंद्र बिंदु प्रतीत होती हैं। फुजियान के पीछे उसके प्रोपेलर से निकलती पानी की धार की सीधी लाइनें देखी जा सकती हैं, साथ ही घटते व्यास के घेरे भी साफ नजर आ रहे थे। ऐसे में पता चला है कि चीनी नौसेना इस एयरक्राफ्ट कैरियर के मनुवर करने की क्षमता का परीक्षण कर रही है। विशेषज्ञों ने कहा कि तस्वीरें 80,000 टन के पोत द्वारा अच्छी स्तर की युद्धाभ्यास क्षमता को दर्शाती हैं। हालांकि,पोस्ट की गईं तस्वीरों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।।

एयरक्राफ्ट कैरियर के पास विस्फोट कर रहा चीन
सैटेलाइट ऑब्जर्वेशन अकाउंट @RemoteSensingDong द्वारा शनिवार को पहली बार पोस्ट की गई तस्वीरों में से एक में फुजियान के स्टारबोर्ड की तरफ एक बड़ा बादल दिखाई दे रहा था, जिसे कई टिप्पणीकारों ने शॉक टेस्ट द्वारा उत्पन्न पानी के गुबार के रूप में पहचाना। शॉक रेजिस्टेंस टेस्ट में दुश्मन की बारूदी सुरंगों और टारपीडो के पानी के भीतर विस्फोटों को झेलने की युद्धपोत की क्षमता का मूल्यांकन किया जाता है – जो युद्ध के समय में इसके अस्तित्व और निरंतर संचालन को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है।

ऐसे परीक्षणों से क्या हासिल करना चाहता है चीन
ऐसे परीक्षण, जिनमें पास में ही योजनाबद्ध विस्फोट शामिल होता है, आमतौर पर नए क्लास के पहले जहाज पर किए जाते हैं। प्रभाव के दौरान और उसके बाद जहाज के प्रदर्शन, साथ ही चालक दल की तत्परता और प्रतिक्रिया की निगरानी और मूल्यांकन किया जाता है। फ़ुजियान पीएलए नौसेना का तीसरा विमानवाहक पोत है और चीन का पहला ऐसा विमानवाहक पोत है जो विद्युत चुम्बकीय कैटापल्ट से लैस है – एक ऐसी तकनीक जो पहले यूएसएस गेराल्ड फोर्ड तक ही सीमित थी।

 

Latest articles

सीएम डॉ. मोहन यादव से केंद्रीय मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने की सौजन्य भेंट, मध्यप्रदेश के विकास पर हुई चर्चा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा संसदीय कार्य राज्यमंत्री डॉ....

राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा— अपनी संस्कृति को सहेजने का संदेश देता हैं गोवंश का संरक्षण

भेल भोपाल ।पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने...

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पद के साक्षात्कार 29 को

नई दिल्ली ।केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड  के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पद के चयन के...

भेल ने अधिकारियों और पर्यवेक्षकों के लिए नई नीति लागू

भेल हैदराबाद ।भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल), रामचंद्रपुरम, हैदराबाद की मानव संसाधन प्रबंधन इकाई...

More like this

पीएम मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मुंबई में मुलाकात: FTA लागू करने पर बनी सहमति, भारत-UK संबंध होंगे मजबूत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मुंबई के राजभवन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर...

Russian Submarine Near Japan: जापान के पास रूसी परमाणु पनडुब्बी की तैनाती से वैश्विक तनाव बढ़ा

Russian Submarine Near Japan:जापान के पास रूस द्वारा पहली बार परमाणु पनडुब्बी की तैनाती...