Vitamin D Deficiency Symptoms: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और ‘वर्क फ्रॉम होम’ कल्चर ने हमें सूरज की रोशनी से दूर कर दिया है। विटामिन डी (Vitamin D), जिसे ‘सनशाइन विटामिन’ भी कहा जाता है, हमारे शरीर के लिए उतना ही ज़रूरी है जितना कि सांस लेना। इसकी कमी होने पर शरीर कैल्शियम को सोखना बंद कर देता है, जिससे हड्डियाँ खोखली होने लगती हैं। अगर आप भी दिन भर कमज़ोरी महसूस करते हैं, तो हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन डी की भारी किल्लत हो गई हो।
हड्डियों का दर्द है सबसे बड़ा खतरे का संकेत
जब शरीर में विटामिन डी कम होता है, तो हड्डियाँ कैल्शियम सोख नहीं पातीं। इसकी वजह से पीठ के निचले हिस्से, घुटनों और कूल्हों में असहनीय दर्द रहने लगता है। कई बार उठते-बैठते समय हड्डियों से ‘कटकट’ की आवाज़ आती है। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह आगे चलकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है, जिसमें हड्डियाँ कांच की तरह कमज़ोर हो जाती हैं।
इम्युनिटी हो जाती है पूरी तरह ‘फिसड्डी’
क्या आप पर्याप्त नींद लेने के बाद भी सुबह उठते ही थका हुआ महसूस करते हैं? विटामिन डी हमारे सेल्स में एनर्जी बनाने का काम करता है। इसकी कमी से शरीर में हमेशा सुस्ती छाई रहती है। इतना ही नहीं, यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को भी कमज़ोर कर देता है, जिससे व्यक्ति बार-बार सर्दी, खांसी और वायरल इन्फेक्शन की चपेट में आने लगता है
शरीर की रिकवरी पड़ जाती है एकदम सुस्त
विटामिन डी त्वचा की मरम्मत और नए बालों के उगने के लिए भी ज़रूरी है। अगर आपको कोई छोटी सी चोट लगती है और उसका जख्म हफ़्तों तक नहीं भरता, तो समझ लीजिए कि आपके अंदर इस विटामिन की कमी है। साथ ही, अगर आपके बाल गुच्छों में झड़ रहे हैं, तो यह गंभीर विटामिन डी डेफिशियेंसी का इशारा हो सकता है। यह विटामिन बालों के रोम (Follicles) को मज़बूत बनाने में मदद करता है।
दिमागी सुकून पर पड़ता है गहरा असर
वैज्ञानिकों का मानना है कि हमारे दिमाग में विटामिन डी के रिसेप्टर्स होते हैं, जो सीधे तौर पर हमारे मूड और व्यवहार को कंट्रोल करते हैं। इसकी कमी से व्यक्ति बिना वजह उदास रहने लगता है, चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है और नींद न आने की समस्या भी हो सकती है। अगर आप अक्सर लो (Low) महसूस करते हैं, तो इसका कारण सिर्फ़ तनाव नहीं, बल्कि विटामिन डी की कमी भी हो सकती है।
सुबह की ‘कच्ची धूप’ है असली रामबाण इलाज
विटामिन डी पाने का सबसे सस्ता और बेहतरीन जरिया सूरज की रोशनी है। सुबह 8 बजे से 11 बजे के बीच 15-20 मिनट धूप में बैठना शरीर के लिए ‘अमृत’ समान है। खान-पान में दूध, दही, मशरूम, अंडे की ज़र्दी और मछली शामिल करें। अगर कमी बहुत ज़्यादा है, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन डी सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं। अपनी डाइट में फोर्टिफाइड जूस और ओट्स को जगह दें।
