टी20 फॉर्मेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद, भारतीय टीम के बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ अर्शदीप सिंह (Arshdeep Singh) को अक्सर प्लेइंग-11 से बाहर बैठना पड़ता है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही टी20 सीरीज़ के पहले दो मैचों में भी उन्हें अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी. हालाँकि, तीसरे मैच में मौका मिलते ही उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी से सबका ध्यान खींच लिया.
टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल (Morne Morkel) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया है कि लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अर्शदीप को क्यों नज़रअंदाज़ किया जाता रहा है.
अर्शदीप के साथ क्यों हो रहा है ‘अन्याय’?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टी20 इंटरनेशनल से पहले मोर्ने मोर्कल ने मीडिया से बात की और अर्शदीप के साथ हो रहे अन्याय पर अपनी बात रखी.
- बड़ा लक्ष्य: मोर्कल ने कहा, “अर्शदीप एक अनुभवी गेंदबाज हैं. वह अच्छी तरह समझते हैं कि हम ‘बड़ी तस्वीर’ के लिए कॉम्बिनेशन आज़मा रहे हैं.”
- समझदारी: मोर्कल ने ज़ोर दिया कि अर्शदीप यह बात बखूबी समझते हैं कि टीम मैनेजमेंट अन्य गेंदबाजी विकल्पों को भी आज़माना चाहता है.
अर्शदीप का महत्व: एक विश्व स्तरीय गेंदबाज
मोर्कल ने साफ़ किया कि टीम अर्शदीप के महत्व को जानती है और उन्हें विश्व स्तरीय गेंदबाज मानती है.
- सर्वश्रेष्ठ विकेट टेकर: मोर्कल ने कहा, “अर्शदीप विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं और उन्होंने पावरप्ले (Powerplay) में हमारे लिए सबसे ज़्यादा विकेट लिए हैं.”
- वैल्यू: उन्होंने कहा, “हम उनका महत्व समझते हैं. लेकिन इस दौरे पर हमारे लिए अन्य कॉम्बिनेशन्स पर भी विचार करना ज़रूरी है.
अर्शदीप हैं शानदार फॉर्म में
अर्शदीप सिंह इस समय टी20 क्रिकेट में टीम इंडिया के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में से एक हैं.
- तीसरे टी20 में कहर: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी20 मैच में उन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से कहर बरपाया.
- बदला मैच: उन्होंने ट्रेविस हेड, जोश इंग्लिश और मार्कस स्टोइनिस जैसे अहम बल्लेबाजों के विकेट लेकर मैच का रुख पलट दिया था.
- टी20I रिकॉर्ड: अर्शदीप ने भारत के लिए 66 मैचों में 104 विकेट लिए हैं. वह इस फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए 100 से अधिक विकेट लेने वाले एकमात्र तेज़ गेंदबाज हैं.

