Blood Cancer शरीर में रक्त कोशिकाओं के निर्माण को प्रभावित करता है, जिसे सबसे खतरनाक कैंसर में से एक माना जाता है. यह कैंसर अधिकतर अस्थि मज्जा (Bone Marrow) में शुरू होता है, जहाँ लाल रक्त कोशिकाएँ (Red Blood Cells), सफेद रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells) और प्लेटलेट्स (Platelets) बनती हैं. जब रक्त कोशिका निर्माण की प्रक्रिया बाधित होती है, तो सामान्य कोशिकाओं के बजाय असामान्य रक्त कोशिकाएँ अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं.
इस खतरनाक बीमारी का इलाज संभव है, और शुरुआती लक्षणों को जानना बहुत ज़रूरी है.
1. ब्लड कैंसर के 5 सबसे सामान्य लक्षण
ब्लड कैंसर के लक्षण उसके प्रकार पर निर्भर करते हैं, लेकिन यहाँ कुछ सबसे आम संकेत दिए गए हैं:
- लगातार थकान और कमजोरी (Weakness and Fatigue): बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार कमजोरी महसूस होना.
- बार-बार संक्रमण (Frequent Infections): चूँकि सफेद रक्त कोशिकाएँ प्रभावित होती हैं, इसलिए व्यक्ति को बार-बार बुखार या संक्रमण होता रहता है.
- लंबे समय तक बुखार: ऐसा बुखार जो ठीक न हो रहा हो या फिर बार-बार आ रहा हो.
- अचानक वजन घटना (Continuous Weight Loss): बिना डाइट या प्रयास के शरीर का वजन कम होना.
- नींद में पसीना (Night Sweats): रात को सोते समय अत्यधिक पसीना आना.
2. स्टेज-1 में कैंसर के संकेत
ब्लड कैंसर के पहले, स्टेज ज़ीरो होती है, जिसमें असामान्य कोशिकाएँ तेज़ी से बनती हैं लेकिन अक्सर पकड़ में नहीं आतीं. इसके बाद आती है स्टेज-1.
- असामान्य कोशिकाओं में वृद्धि: स्टेज-1 में कैंसर रक्त और अस्थि मज्जा की कोशिकाओं को प्रभावित करता है, और असामान्य रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ जाती है.
- लिम्फ नोड्स में सूजन (Swollen Lymph Nodes): गर्दन, बगल या कमर में ग्रंथियों में सूजन आना.
- अन्य हिस्सों में फैलना: इस चरण में कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैलना शुरू कर सकता है.
- चोट का देर से भरना: किसी खरोंच या चोट से लगातार खून बहना या घाव का जल्दी ठीक न होना.
- अंगों का बढ़ना: लिवर (Liver) का आकार बढ़ जाना.
3. ब्लड कैंसर के प्रमुख 3 प्रकार
ब्लड कैंसर के तीन मुख्य प्रकार हैं:
- ल्यूकेमिया (Leukemia): इसमें असामान्य सफेद रक्त कोशिकाएँ बनती हैं, जो सामान्य रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बाधित करती हैं. इसके चार मुख्य प्रकार हैं (जैसे एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक, क्रोनिक माइलॉयड आदि).
- लिम्फोमा (Lymphoma): यह लसीका तंत्र (Lymphatic System) में शुरू होता है. इसके दो प्रमुख प्रकार हैं: हॉजकिन और नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा.
- मायलोमा (Myeloma): यह प्लाज्मा कोशिकाओं (Plasma Cells) में शुरू होता है और आमतौर पर हड्डियों में पाया जाता है.
4. किसे होता है ब्लड कैंसर का ज़्यादा खतरा?
ब्लड कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन कुछ कारक इसके जोखिम को बढ़ाते हैं:
- बढ़ती उम्र: 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में खतरा बढ़ जाता है.
- लिंग: पुरुषों में यह कैंसर अधिक आम है.
- धूम्रपान: धूम्रपान या सेकेंडहैंड धुएँ (Secondhand Smoke) के संपर्क में आना.
- परिवार का इतिहास: यदि परिवार में पहले किसी को कैंसर हुआ हो.
- केमिकल या रेडिएशन: जहरीले रसायनों या रेडिएशन के संपर्क में आना.
5. ब्लड कैंसर का उपचार
ब्लड कैंसर का निदान होने के बाद, इसके उपचार के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं:
- मुख्य उपचार: कीमोथेरेपी (Chemotherapy), रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy), इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) और लक्षित थेरेपी (Targeted Therapy).
- ट्रांसप्लांट: कभी-कभी स्टेम सेल ट्रांसप्लांट (Stem Cell Transplant), जैसे ऑटोलॉगस या एलोजेनिक ट्रांसप्लांट, भी किया जाता है.

