नई दिल्ली
बांग्लादेश के अनुभवी बल्लेबाज महमूदुल्लाह ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। साल 2021 में टेस्ट और 2024 में टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने की घोषणा करने वाले 39 वर्षीय महमूदुल्लाह ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है।’
शानदार रहा क्रिकेटर
महमूदुल्लाह 36.46 की औसत से 5689 रन बनाकर बांग्लादेश के लिए वनडे क्रिकेट में चौथे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने चार शतक भी जड़े हैं जो सभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के टूर्नामेंट में बने। उन्होंने 2015 विश्व कप में लगातार दो शतक, 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक शतक और 2023 वनडे वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना चौथा शतक जड़ा।
फेसबुक पोस्ट में महमूदुल्लाह ने लिखा, ‘मैं टीम के अपने सभी साथियों, कोच और खासकर अपने प्रशंसकों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमेशा मेरा समर्थन किया है।’ अपने 17 साल के करियर में 239 वनडे, 50 टेस्ट और 141 टी20 मैच खेलने वाले महमूदुल्लाह ने कहा, ‘मेरे माता-पिता, मेरे ससुराल वालों खासकर मेरे ससुर और सबसे महत्वपूर्ण मेरे भाई इमदाद उल्लाह को बहुत-बहुत धन्यवाद जो बचपन से ही मेरे कोच और मेंटर के रूप में मेरे साथ रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘और अंत में मेरी पत्नी और बच्चों को धन्यवाद जो हर अच्छे-बुरे समय में मेरा साथ देते रहे हैं। मुझे पता है कि रायद को लाल और हरी जर्सी में मेरी कमी खलेगी। हर चीज का अंत बिल्कुल सही तरीके से नहीं होता लेकिन आप हां कहते हैं और आगे बढ़ते हैं। मेरी टीम और बांग्लादेश क्रिकेट को शुभकामनाएं।’
2007 में किया था डेब्यू
महमूदुल्लाह ने 2007 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया और शुरुआत में निचले क्रम के ऑलराउंडर के रूप में खेले। वर्ल्ड कप 2011 में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उन्होंने बांग्लादेश को इंग्लैंड पर शानदार जीत दिलाई। बाद में वह मध्यक्रम के एक महत्वपूर्ण बल्लेबाज बन गए और उन्होंने कई यादगार पारियां खेलीं जिसमें 2017 चैंपियन्स ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ शाकिब अल हसन के साथ उनकी ऐतिहासिक 223 रन की साझेदारी भी शामिल है।
महमूदुल्लाह के संन्यास से बांग्लादेश की स्वर्णिम पीढ़ी का अंत हो गया है जिसमें तमीम इकबाल, शाकिब अल हसन, मुशफिकुर रहीम और मशरेफ मुर्तजा शामिल थे। वह बांग्लादेश के एकमात्र बल्लेबाज हैं जिन्होंने तीन वनडे वर्ल्ड कप शतक बनाए हैं।