नई दिल्ली,
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर को चेताया है कि भारत के एयरस्ट्राइक के जवाब में बदले की कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. मुनीर को तानाशाह कहते हुए अमेरिकी सासंद ने भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का समर्थन किया जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया.
ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहगलाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था जिसमें 26 लोग मारे गए थे और 17 से ज्यादा घायल हुए थे. यह ऑपरेशन मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर अंजाम दिया गया. आसिम मुनीर को धमकी देने के अंदाज में रो खन्ना ने कहा, ‘मैं सबसे पहले आसिम मुनीर को यह साफ कर देना चाहता हूं कि दूसरी तरफ से बदले की कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. अब इसे खत्म होना चाहिए.’उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान को बहुत अधिक फायदा पहुंचाते रहे हैं. हम पाकिस्तान को आईएमएफ से कर्ज देते हैं. वो उसी कर्ज पर निर्भर है.’
आसिम मुनीर पर भड़के अमेरिकी सांसद
अमेरिकी सांसद ने आसिम मुनीर को लताड़ते हुए कहा कि वो एक तानाशाह हैं जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल भिजवा दिया है. इससे पाकिस्तान में एक भी सच्चाई की आवाज नहीं बची है.
उन्होंने कहा, ‘हमें समझना पड़ेगा कि आसिम मुनीर एक तानाशाह है जो पाकिस्तान में वैध चुनाव नहीं होने देता, जिसने इमरान खान को जेल में डाल दिया है. अब पाकिस्तान में सच्चाई की कोई आवाज नहीं बची है क्योंकि वहां तानाशाही है. ये तनाव खत्म हो जाए फिर हमें वहां चुनाव की मांग करनी चाहिए, निष्पक्ष चुनाव की मांग होनी चाहिए. हमें आसिम मुनीर से कहना चाहिए कि इमरान खान को आजाद करने की जरूरत है और अब वो किसी तरह की जवाबी कार्रवाई न करें और फिर पाकिस्तान में निष्पक्ष चुनाव कराएं.’
एक और अमेरिकी सांसद ने किया भारत के ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन
इससे पहले एक और अमेरिकी सांसद ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारत का समर्थन किया था. भारत में जन्मे अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में भारत के एयरस्ट्राइक का जिक्र करते कहा कि आतंकवाद का जवाब दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि अमेरिका इस काम में भारत के साथ खड़ा हो.
एक्स पर जारी किए गए एक बयान में उन्होंने कहा, ‘आज भारत ने जम्मू-कश्मीर में हुए भयानक हमले, जिसमें 28 लोग मारे गए और 20 से ज्यादा घायल हुए थे, के बाद आतंकवादी ढांचे पर हमला किया. आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है, और इसका जवाब जरूर दिया जाना चाहिए. भारत को अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है, और मैं इन चरमपंथी नेटवर्क को खत्म करने के अपने सहयोगी की कोशिशों में मजबूती से उसके साथ खड़ा हूं.’