Cancer Causes: कैंसर जैसी बीमारियों का नाम सुनते ही लोग सहम जाते हैं. अगर किसी को यह हो जाए, तो उस व्यक्ति के साथ-साथ उसके पूरे परिवार की चिंता बढ़ जाती है. इसका मुख्य कारण यह है कि लोग इसका इलाज तो करवाते हैं, लेकिन कभी-कभी इलाज सफल नहीं हो पाता. कई बार कैंसर का पता लगने में देरी हो जाती है, जो बीमारी को और घातक बना देती है. इन दिनों युवाओं में तेज़ी से बढ़ रहा अपेंडिक्स कैंसर भी ऐसा ही एक उदाहरण है.
इसका मुख्य कारण भी संक्रमण का देर से पता चलना है. रिपोर्ट्स के अनुसार, हर साल प्रति एक लाख लोगों में से दो से भी कम लोगों में इसका पता चलता है, फिर भी इसके बारे में जागरूकता बढ़ाना बेहद ज़रूरी है. हालांकि, हर अपेंडिसाइटिस का मतलब कैंसर नहीं होता, लेकिन बीमारी का सही समय पर पता न लगना भी ठीक नहीं है. इससे जांच और इलाज में देरी होती है.
शोध क्या कहता है: युवाओं में बढ़ते मामले
अपेंडिक्स कैंसर एक दुर्लभ बीमारी है और इसकी बहुत कम घटनाओं के कारण इसे अक्सर अंतरराष्ट्रीय डेटा में कोलन या रेक्टल कैंसर के साथ जोड़कर देखा जाता है. हालांकि, हाल के आंकड़ों, विशेष रूप से अमेरिकी SEER डेटाबेस से पता चला है कि पिछले कुछ सालों में इसके मामलों में तीन गुना वृद्धि हुई है. इससे भी ज़्यादा गंभीर बात यह है कि यह वृद्धि युवाओं में देखी गई है. यह आंकड़ा चिंताजनक है और इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता को रेखांकित करता है.
विशेषज्ञों की राय: जांच तकनीकों का योगदान
मुंबई के सैफी अस्पताल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट विभाग के डॉ. मोहम्मद मिथी का कहना है कि कैंसर का पता लगने में इस वृद्धि का एक मुख्य कारण उन्नत जांच तकनीकों का उपयोग है. आज के समय में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड जैसी इमेजिंग विधियां आम हो गई हैं, जिनके कारण पेट दर्द जैसे लक्षणों की जांच के दौरान अक्सर अपेंडिक्स में मौजूद ट्यूमर का पता चल जाता है. पहले इन लक्षणों की गंभीरता को नहीं समझा जाता था और यही कारण था कि कैंसर या तो देर से पता चलता था या बिल्कुल भी पता नहीं चलता था.
अपेंडिक्स कैंसर के कारण और प्रकार
डॉक्टर के अनुसार, आजकल के युवाओं की जीवनशैली आधुनिक तो है, लेकिन स्वस्थ नहीं है. खराब खान-पान की आदतें, लंबे समय तक दूषित वातावरण के संपर्क में रहना और आनुवंशिक विकार भी अपेंडिक्स कैंसर के कारण हो सकते हैं.
अपेंडिक्स कैंसर कई प्रकार का हो सकता है जैसे न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर (NETs), एडेनोकार्सिनोमा (adenocarcinoma) और गोब्लेट सेल कार्सिनोमा (goblet cell carcinoma). कुछ शुरुआती स्टेज के NETs का इलाज सिर्फ़ अपेंडिक्स को हटाने से ही किया जा सकता है. लेकिन कैंसर के ज़्यादा गंभीर प्रकारों के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है.
लक्षण और महत्वपूर्ण सलाह
अपेंडिक्स कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- पेट फूलना या भारीपन महसूस होना.
- पेट में हर समय ज़्यादा तरल पदार्थ होने जैसा महसूस होना.
- कमर का आकार बढ़ना.
- शौच की आदतों में बदलाव.
- कम खाना खाने के बाद भी पेट भरा हुआ महसूस होना.
महत्वपूर्ण सलाह: डॉक्टर कहते हैं कि अगर युवाओं में पेट संबंधी कोई भी लक्षण लगातार बना रहे, तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. शुरुआती पहचान से इलाज ज़्यादा प्रभावी होता है और जहाँ पहले इसका इलाज मुश्किल माना जाता था, अब पूरी तरह ठीक होने की संभावना काफी बढ़ गई है. इसलिए, लक्षणों को अनदेखा करने से बचें. इसके अलावा, महिलाओं में अपेंडिक्स कैंसर का जोखिम ज़्यादा होता है, इसलिए उन्हें 40 साल की उम्र के बाद साल में एक बार कैंसर की जांच ज़रूर करवानी चाहिए.
अस्वीकरण: यहाँ दी गई जानकारी सामान्य स्वास्थ्य सलाह और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. यह किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है. किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए कृपया योग्य चिकित्सक से परामर्श करें.